राजस्थान सरकार ने पाकिस्तान से अजमेर शरीफ दरगाह आए श्रद्धालुओं के लिए नियमों को सख्त कर दिया है। उर्स समारोह के लिए अजमेर में 211 पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल के आगमन के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने शनिवार को वीजा नियमों का हवाला देते हुए उन पर पाबंदी लगा दीं। 17 फरवरी से शुरू हुआ उर्स छह मार्च तक जारी रहेगा और पाकिस्तानी तीर्थयात्री सात मार्च तक यहां रहेंगे।
अजमेर के एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कहा कि वीजा नियमों में यह स्पष्ट है कि प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा के दौरान एक समूह में जाएगा। उन्हें प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के परामर्श से तय किए गए घंटों के दौरान एक समूह में दरगाह पर ले जाया जाएगा। यह हमें उन लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में मदद करेगा।
यह पहली बार हुआ है जब पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को दिन के किसी भी समय दरगाह जाने के बजाय एक विशेष समय में दरगाह जाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा उन्हें किसी भी हुजरा या उनके खादिम के घर जाने की अनुमति नहीं है, जो वे पहले करते थे।
पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को अजमेर के नया बाजार में केंद्रीय लड़कियों के एक सरकारी स्कूल के परिसर में रखा गया है। एसपी ऑफिस में दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों और खादिम समुदाय के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के नेता को प्रतिबंध के बारे में बताया दिया गया है।
प्रशासन ने पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को दिन के आधार रोजाना 6-10 घंटे की अवधि प्रदान की है। सूत्रों ने कहा कि उनकी यात्रा का समय दोपहर 2 बजे होगा। कुछ पाकिस्तानी प्रतिनिधियों ने कहा कि समय की पाबंदी के चलते वो किसी भी दिन पांच वक्त की नमाज नहीं पढ़ पाएंगे।
अन्य प्रतिबंधों में दरगाह परिसर के अंदर भोजन करना शामिल है। पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे अंदर (तीर्थस्थल) या अपने खादिमों के निवास स्थान पर भोजन न करें। वीजा नियमों का उल्लंघन करने वाले समूह को दरगाह से हटा दिया जाएगा।